प्रगति अपार्टमेंट्स का गेट तो साफ़ करवा लिया, पर उसकी दाईं तरफ का हिस्सा कौन साफ़ करवायेगा? किस की जिम्मेदारी है यह? देखिये कुछ तस्वीरें.
Monday, November 29, 2010
क्या सिर्फ गेट साफ़ होना काफी है?
Posted by S. C. Gupta at 12:03 PM 1 comments
Labels: cleanliness, garbage, Gate No 1, kachra, pragati apartments, Pragati blog
Monday, November 22, 2010
जरूरत है एक सही सोच की !
अब मैं क्या कहूं? तस्वीरें खुद बोलती हैं. सेन्ट्रल पार्क के साथ वाली सड़क की हैं यह तस्वीरें. आप खुद ही देखिये कि क्या कहती हैं तस्वीरें.
क्या बहुत मुश्किल है एक सही सोच बनाना? जरा सा सही सोच और यह स्थिति ही नहीं आती.
Posted by S. C. Gupta at 10:49 AM 2 comments
Labels: garbage, pragati apartments
Monday, November 8, 2010
शिक्षित नागरिक और पानी की बर्बादी
एक और बात जो मुझे तकलीफ पहुंचाती है वह है पानी की बर्बादी. पानी जीवन है. पानी की एक-एक बूँद कीमती है. जैसा मैंने पहले कहा है, प्रगति अपार्टमेंट्स में शिक्षित लोग रहते हैं, जिन्हें उनके कर्तव्य याद दिलाना अच्छा नहीं लगता. एक-दो निवासियों से मैंने कहा भी पर वह लड़ने के लिए तैयार हो गए. 'आपको क्या तकलीफ हो रही है? आपका पानी बर्बाद कर रहे हैं क्या? पैसे देते हैं दिल्ली जल बोर्ड को? आप अपने काम से काम रखिये. हमारे मामलों में टांग मत अड़ाइये' - यह वह जवाब हैं जो अक्सर सुनने को मिलते हैं. लोग गलत काम करेंगे, कानून तोड़ेंगे, प्राकृतिक संसाधन बर्बाद करेंगे, पर अगर आपने कुछ कह दिया तो लड़ने पर आमादा हो जायेंगे.
पानी के टेंकों से पानी गिरता रहता है पर किसी को कोई तकलीफ नहीं होती. टेंक की मरम्मत करने में कोई विशेष खर्चा नहीं आएगा पर इन शिक्षित लोगों के मन में यह ख्याल ही नहीं आता कि वह पानी की बर्बादी कर रहे हैं.
कुछ लोग पानी की लाइन में पाइप लगा कर कार/स्कूटर धोते हैं, पोधों को पानी देते हैं, घर का बरामदा/सीड़ियाँ धोते हैं. यह काम थोडा पानी खर्च करके हो सकते हैं पर लोग इतनी बेदर्दी से पानी बहाते हैं कि उनके शिक्षित होने पर ही संदेह होने लगता है.
कौन समझाएगा इन्हें? यह खुद तो समझने वाले हैं नहीं. पार्वा कार्यकारिणी को इस विषय में उचित निर्देश जारी करने चाहियें.
Posted by S. C. Gupta at 9:55 AM 9 comments
Labels: conservation of natural resources, duties, parwa EC, pragati apartments, Pragati blog, responsibility, rights, washing car, Wastage of water, water is life, watering plant
Sunday, November 7, 2010
शिक्षित नागरिक और विजली की चोरी
प्रगति अपार्टमेंट्स में जो लोग रहते हैं सब शिक्षित हैं. उन में से कुछ शिक्षित लोग पार्वा कार्यकारिणी में हैं. यह बहुत दुःख और असंतोष का विषय है कि प्रगति अपार्टमेंट्स में जितने फंक्शन होते हैं उनमें अधिकाँश में ऐसा लगता है कि विजली की चोरी होती है. पिछला फंक्शन था दीवाली मेला. यह मेला आप जानते हैं पार्वा कार्यकारिणी द्वारा आयोजित किया गया था. उस फंक्शन में जो विजली की लड़ी लगाईं गई थी वह अभी भी लगी हुई है. आज सुबह जब मैंने उस पर ध्यान दिया तो पाया कि इस लड़ी में विजली के खम्बे से कनेक्शन जोड़ा गया है. ३० अक्टूबर से यह लड़ी लगातार हर रात जलती है.
क्यों करते हैं लोग ऐसा? सब जानते हैं कि यह गैरकानूनी है. और ऐसा करके वह कितना पैसा बचा लेते हैं? पार्वा कार्यकारिणी के सदस्यों को कोई व्यक्तिगत फायदा भी नहीं हो रहा है. यह पार्वा का फंक्शन है, पार्वा उस पर खर्चा करती है. फिर क्यों गैरकानूनी काम किया जाता है? मैं बार-बार इस बात पर ध्यान दिलाता हूँ पर कोई असर ही नहीं होता. मैं पार्वा का एक सदस्य हूँ, मुझे बहुत तकलीफ होती है जब पार्वा कार्यकारिणी कोई गैरकानूनी काम करती है.
अगर किसी दिन सम्बंधित सरकारी विभाग द्वारा कोई कार्यवाही कर दी गई तब अपार्टमेंट्स के सभी निवासियों को शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी. जिस प्रगति अपार्टमेंट्स की सब तारीफ़ करते हैं वह क्या सोचेंगे जब यह असलियत सामने आएगी?
इस ब्लॉग के माध्यम से, मैं, पार्वा का एक सदस्य, प्रगति अपार्टमेंट्स का एक निवासी, पार्वा कार्यकारिणी के सभी सदस्यों से अपील करता हूँ कि आवश्यक कदम उठायें और यह सुनिश्चित करें कि अपार्टमेन्ट में कोई गैरकानूनी काम न हो.
डीजल जेनरेटर अभी भी अपार्टमेन्ट से हटाया नहीं गया है. ऐसा क्यों है?
Posted by S. C. Gupta at 9:14 AM 2 comments
Labels: Acoustic enclosure, diwali mela, educated people, follow rules, Noise pollution from DG Sets, parwa EC, power theft, pragati apartments, Pragati blog, theft of electricity
Saturday, November 6, 2010
दीवाली बाद की पहली सुबह
Posted by S. C. Gupta at 8:43 AM 0 comments
Labels: Air pollution, change for better, Diwali, hate, Injustice, lies, morning after Diwali, No change, Noise pollution, Pragati blog, theft, violence
Friday, November 5, 2010
इस वर्ष पार्वा ने दीवाली पूजन नहीं किया
पार्वा ने पिछले वर्ष दीवाली पर पूजन का आयोजन किया था. श्री ओ एन शर्मा ने पूजन करवाया था. मैंने कुछ वीडिओ बनाईं थीं. देखने के लिए क्लिक करें.
इस वर्ष पार्वा ने दीवाली पूजन का आयोजन नहीं किया. आज सुबह तक न तो कोई सर्कुलर आया और न ही नोटिस बोर्ड पर ऐसी कोई सूचना दी गई. मैंने श्री ओ एन शर्मा से इस बारे में पूछा, पर उन्होंने अनभिज्ञता प्रकट की.
दीवाली पूजन एक अच्छी परम्परा है. इस वर्ष इस परम्परा को तोड़ने का क्या कारण रहा होगा? वर्तमान पार्वा कार्यकारिणी के काम करने का तरीका मेरी समझ में नहीं आ रहा. दीवाली मेले में पार्वा कार्यकारिणी के अधिकाँश सदस्य अनुपस्थित थे. इस वर्ष पार्वा दिवस भी इस तरह मनाया गया की किसी को पता ही नहीं चला.
आप सबको दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं.
Posted by S. C. Gupta at 9:22 AM 0 comments
Labels: Diwali pujan, Happy Diwali, parwa EC, pragati apartments, Pragati blog
Tuesday, November 2, 2010
दीवाली मेला - दिवस २
दीवाली मेले के दूसरे दिन का आयोजन भी कोई विशेष उत्साहवर्धक नहीं रहा. बस इतना अंतर था कि ओवरहेड लाईट्स जली हुई थीं. पहले दिन से रौशनी कुछ ज्यादा थी. बच्चो की डांस प्रतियोगता और तम्बोला, बस यही दो कार्यक्रम थे.
मैं जब भी स्टेज की और देखता मुझे लगता कि यह मेला है या कोई सेमिनार? स्टेज पर मेज और कुर्सियां लगी थीं, कुर्सियों पर नेता लोग जमे हुए थे. पार्वा कार्यकारिणी के अधिकाँश सदस्य कल की तरह आज भी गायब थे. प्रधानजी चुप थे, सचिव और एक बीआर बिना रुके बोल रहे थे. बच्चे जमीन पर डांस कर रहे थे. पीछे बैठे दर्शकों को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. अधिकाँश लोगों का ध्यान खाने पर केन्द्रित था. जो अपार्टमेन्ट के बाहर से आये थे, चुनींदा स्टाल्स पर इकट्ठे थे.
कल की तरह जेनरेटर आज भी नहीं चल रहा था. मतलब विजली कहीं और से आ रही थी. मैंने ३१ तारीख की सुबह कुछ फोटो खींची थीं. आप भी देखिये. कानून तोडना क्या जरूरी था? पार्वा कार्यकारिणी ने ऐसा क्यों किया मैं यह नहीं समझ पाया. कितना पैसा बचाया उन्होंने यह कर के? प्रगति अपार्टमेंट्स के निवासियों को शर्मिंदा किया. कल को अगर कोई समस्या खड़ी हो जाती है तो प्रगति अपार्टमेंट्स का नाम बदनाम होगा. शिक्षित लोगों से यह आशा नहीं की जाती.
यह कार्यक्रम पार्वा कार्यकारिणी द्वारा आयोजित था. इस में कानून का उल्लंघन हुआ. पार्वा कार्यकारिणी निवासियों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों को भी इजाजत देती है, बदले में कुछ शुल्क लेती है. इन कार्यक्रमों में अगर ध्वनि निरोधक कानून का उल्लंघन होता है या विजली की चोरी होती है, तब उसकी जिम्मेदारी भी पार्वा कार्यकारिणी पर ही आती है. पार्वा अध्यक्ष , सचिव और अन्य पदाधिकारियों/सदस्यों को इस बारे में सावधान रहना चाहिए.
चलिए वर्ष २०१० का दीवाली मेला संपन्न हुआ. आशा है वर्ष २०११ का दीवाली मेला एक नए रूप में खूब धूमधाम से आयोजित किया जाएगा.
मेला ख़तम, पैसा हजम.
Posted by S. C. Gupta at 10:04 AM 0 comments
Labels: Acoustic enclosure, dance, diwali mela, feeder piller, food, generator, parwa, parwa EC, power theft, pragati apartments, Pragati blog, tambola