प्रगति अपार्टमेंट्स में ३५६ फ्लेट्स हैं, जिन्हें ३ ग्रुप्स में बाँट दिया गया है, ग्रुप ए, बी और सी. ग्रुप सी में २३३ से ३५६ तक १३४ फ्लेट्स हैं. इन्हें २ ब्लाक्स में बांटा गया है, २३३ से ३०० (७८ फ्लेट्स) और ३०१ से ३५६ (५६ फ्लेट्स). इन दोनों ब्लाक्स से एक-एक प्रतिनिधि चुना जाता है.
अभी गैरकानूनी ढंग से जो चुनाव हुआ है उस में ग्रुप सी के दोनों ब्लाक्स से कोई प्रतिनिधि नहीं चुना गया. गैरकानूनी पार्वा कार्यकारणी ने पार्वा उपनियमों का उल्लंघन करके श्री टी डी सोनी (फ्लेट संख्या २५५) और कँवर जीत सिंह (फ्लेट संख्या ३०५) को इन ब्लाक्स का प्रतिनिधि मनोनीत कर दिया. पार्वा कार्यकारणी को ऐसा कोई अधिकार नहीं है, पर जिस कार्यकारिणी का चुनाव खुद गैरकानूनी हो, उसे गैरकानूनी काम करने में शर्म कैसी.
श्री सोनी, चुनाव अधिकारी थे. उन्होंने पार्वा उपनियमों का उल्लंघन करके श्री चड्ढा को पार्वा अध्यक्ष पद गिफ्ट किया. श्री चड्ढा ने श्री सोनी को ब्लाक प्रतिनिधि और संयुक्त सचिव का पद रिटर्न गिफ्ट में दे दिया. यह गैरकानूनी है, अनैतिक है, बेईमानी है, इस की किसे चिंता?
श्री कँवर जीत सिंह ने ब्लाक प्रतिनिधि पद के लिए नामांकन भरा था जिसे श्री सोनी ने चड्ढा मलिक एंड कम्पनी के कहने पर रद्द कर दिया. गैरकानूनी चुनाव संपन्न होने के बाद चड्ढा मलिक एंड कम्पनी ने श्री कँवर जीत सिंह को ब्लाक प्रतिनिधिमनोनीत कर दिया. परदे के पीछे ऐसा क्या हुआ होगा जिस से चुनाव से पहले ब्लाक प्रतिनिधि पद के लिए अयोग्य सिंह साहब चुनाव के बाद ब्लाक प्रतिनिधि पद के योग्य हो गए?
ग्रुप सी के गिने-चुने निवासियों को ही यह पता होगा कि यह दोनों महानुभाव उनके प्रतिनिधि हैं, इन्होनें तो ब्लाक निवासियों की कोई मीटिंग बुलाई नहीं, न ही उनसे कोई बात की. पार्वा कार्यकारिणी की कई मीटिंग्स हो चुकी हैं. इन दोनों प्रतिनिधियों ने ग्रुप सी की कोई समस्या इन मीटिंग्स में नहीं उठाई. बस कुछ किया तो चड्ढा मलिक एंड कम्पनी के समर्थन में हाथ ऊंचा किया.
कहते हैं, नंग बड़े परमेश्वर से, जब व्यक्ति शर्म छोड़ देता है तब भगवान् भी उस के सामने असहाय हो जाते हैं.
मुख्य समाचार
पार्वा कार्यकारिणी के चुनाव - कार्यक्रम घोषित
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Monday, July 25, 2011
ग्रुप सी फ्लेट्स, प्रगति अपार्टमेंट्स
Posted by S. C. Gupta at 1:44 PM
Labels: block representatives, Group C flats, Group C Residents, illegal election, immoral decisions, parwa, parwa blog, PARWA Bye-laws, parwa EC, PARWA EC Elections, unethical elections
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1 comments:
Veg/fruit venders, either do not come in Group or come very late when only leftovers of veg/fruits are left. There should be a system under which these venders come first to Group C on half days in the week.
Also, I do not understand why fountain of Group C park never functions.
What these block representative are doing, taking tea/cold drinks and eating biscuits/samosa and clap whenever Chaddha and Malik speaks in EC meetings?
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