मुख्य समाचार
पार्वा कार्यकारिणी के चुनाव - कार्यक्रम घोषित
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Sunday, August 14, 2011

माँ की आँखें फिर गीली हैं !


मैं बच्चा था एक वर्ष का,
जब पंद्रह अगस्त आया था,
आधी रात सूरज निकला था,
माँ ने मुझको बतलाया था,
आजादी के रंग में रंग कर,
नया तिरंगा फहराया था,
कई सदियों के बाद आज फिर,
भारत माता मुस्काई थी,
कितने बच्चों की कुरबानी
देकर यह शुभ घडी आई थी.

रंग-बिरंगे वस्त्र पहन कर,
हम सब विद्यालय जाते थे,
झंडा फहरा, राष्ट्र गान गा,
सब मिल कर लड्डू खाते थे,
दिन भर हा-हा-हू-हू करते,
रंग-बिरंगी पतंग उडाते,
मौज मनाते, ख़ुशी मनाते,
थक जाते, जल्दी सो जाते.

अब सोते हैं सुबह देर तक,
छुट्टी का आनंद लूटते,
लाल किले की प्राचीरों से,
कुछ न कुछ हर साल भूलते,
बना दिया बाज़ार राष्ट्र को,
भूल गए अपना इतिहास,
बने नकलची बन्दर हम सब,
अपना नहीं बचा कुछ पास.

राष्ट्र मंच पर कहाँ खड़े हैं,
नायक हैं या खलनायक है,
हैं सपूत भारत माता के,
या उसके दुःख का कारण हैं?
छह दशकों के दीर्घ सफ़र में,
कितने कष्ट दिए हैं माँ को,
माँ की आँखें फिर गीली हैं,
जागो अरे अभागों जागो.

Thursday, August 11, 2011

उल्टा चोर कोतवाल को डाटे !!!

आज गैरकानूनी पार्वा कार्यकारिणी ने एक सर्कुलर इशु किया है जिसके पैरा तीन में इन महान पार्वा आफिस बियरर्स ने जो कहा है आप भी देखिये:
"Recently, it has been seen that some of the residents are not cooperating and maintaining harmonious relations and respectable livings with other residents, leading to unspecific problems in the complex. They are also misbehaving with PARWA-Office-Bearers, who are devoting their lot of time in social service and every effort is being made to sort out the problems of the residents."

इसी स्थिति को यह कहावत दर्शाती है - उल्टा चोर कोतवाल को डाटे. इन आफिस बियरर्स ने गैरकानूनी हथकंडे अपना कर पार्वा कार्यकारिणी पर अधिकार जमा लिया है. पार्वा उपनियमों का बेशर्मी से उल्लंघन कर रहे हैं. निवासियों के पैसे का दुरूपयोग कर रहे हैं. कोई निवासी यदि कोई शिकायत करता है तब उसे उचित उत्तर नहीं देते. कोई पत्र लिखता है तब उसका जबाब नहीं देते. ऐसा व्यवहार करते हैं जैसे यह पार्वा के मालिक हैं. पार्वा कर्मचारियों का व्यक्तिगत कार्यों के लिए इस्तेमाल करते हैं. यह भी सुना गया है कि जो वेंडर अपार्टमेंट्स में आते हैं उनसे मुफ्त सामान और सेवा लेते हैं.

यह बहुत जरूरी है कि इस गैरकानूनी पार्वा कार्यकारिणी को हटा कर फिर से चुनाव कराये जाएँ जिस से पार्वा उपनियमों के अनुसार एक कार्यकारिणी को चुना जा सके.

Tuesday, August 2, 2011

Illegal EC violates yet another Bye-law

Illegal EC also commits contempt of GB

A vacancy has been caused in PARWA EC by the resignation of Shri R C Dhawan, Treasurer. Bye-law 8.8 specifies a procedure for filling up such vacancies. Illegal EC, perhaps not even aware of this Bye-law, filled the vacancy in its own way, which is in violation of the provisions of Bye-law 8.8. Illegal EC has become habitual of taking illegal actions/decisions.

Read the Bye-law:
"8.8 Vacancies - The vacancies in the EC caused by any reason other than the removal of a EC member/office bearer by a vote of the GB of the Association shall be filled by vote of the majority of the remaining EC members, even though they may constitute less than a quorum and each person so elected shall be a office bearer/member untill a successor is elected at the next annual GB meeting."

Illegal EC issued a circular (click on image). This circular says that EC had failed to fill up this vacancy as required by the Bye-law. In that situation EC should have called a meeting of GB where the treasurer could have been elected. But the illegal EC declared that the vacancy will be filled through an election, where EC itself would be the election officer. By taking this action, the illegal EC has bypassed the authority of GB. Illegal EC has created its own illegal Bye-law as there is no provision in approved Bye-law 8.8 of any election to fill up such vacancies. The illegal EC is now in contempt of GB which is the supreme body of PARWA.

Illegal EC's order (click on image) to declare filling up of vacancy of Treasurer in violation of Bye-law 8.8 and in contempt of GB should be immediately withdrawn. An emergent meeting of GB should be called immediately by the illegal President to discuss this matter and other issues related with the vacancy caused by the treasurer including handing over and taking over the charge of the post of treasurer.

 

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